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नशा ही नहीं औषधि भी है भांग का पौधा, रंग ला रही सीपीएस सुंदर ठाकुर द्वारा भांग की खेती को लीगल करने की वकालत

नशा ही नहीं औषधि भी है भांग का पौधा, रंग ला रही सीपीएस सुंदर ठाकुर द्वारा भांग की खेती को लीगल करने की वकालत : भांग का नाम सुनते ही यकिनन तौर पर नशे वाला कोई पदार्थ ही दिमाग में आता है। लेकिन एैसा नही है। वैश्विक स्तर पर भांग का इस्तेमाल जहाज से लेकर कागज तक बनाने में किया जाता है। कुल्लू के विधायक और प्रदेश सरकार में सीपीएस सुंदर ठाकुर द्वारा भांग की खेती को लीगल करने की वकालत के बाद हिमाचल प्रदेश में भी इस विषय पर नई चर्चा छिड गई है।
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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का किरदार, जहां लोग वहीं दरबार

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का किरदार, जहां लोग वहीं दरबार : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर यह साबित कर दिया की जन समस्याओं के निवारण लिए किसी विशेष मंच की आवश्यकता नहीं। किस्सा आज सुबह का है , रोजमर्रा की तरह आज भी मुख्यमंत्री प्रातः सैर पर थे , कि उन्हें वर्षाशालिका में बैठी कुछ महिलाएं दिखीं। हुआ यूं की यह महिलाएं कांगड़ा जिला से रात्रि बस सेवा से अपने दुख-दर्द लेकर यहां पहुंची थी और उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने का समय लेना था। उनकी किस्मत कहिए या मुख्यमंत्री का बड़प्पन , उनसे पूछने पर कि इतनी सुबह यहां कैसे और क्यों , पता चला कि यह सभी ट्रेंड नर्सरी टीचर्स (एनटीटी) हैं जो अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आई हैं। उनकी मांग थी कि ट्रेंड नर्सरी टीचर्स जो पहले से लगी हुई हैं , उन्हें नौकरी में पहले लिया जाए और प्री-प्राइमरी स्कूल में शीघ्र नर्सरी टीचर्स की भर्ती करवाए जाने के लिए भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने अपना दरबार वहीं लगा लिया। उनकी बात सुनी भी , अपनी कही भी। यह साबित कर दिया कि समस्याओं के निवारण के लिए किसी विशेष मंच की आवश्कता नहीं , जहां जन , वह...

अजब-गजब: ये है 550 साल पुरानी रहस्यमयी 'ममी', आज भी बढ़ रहे हैं नाखून और बाल

अजब-गजब: ये है 550 साल पुरानी रहस्यमयी 'ममी', आज भी बढ़ रहे हैं नाखून और बाल : हिमाचल की स्पीति घाटी जहां बौद्ध मठों व रेत की दृश्यावलियों के कारण विश्व विख्यात है, वहीं यहां ऐसा बहुत कुछ है, जो हैरान करने वाला है। यहां के एक गांव में एक लामा की ममी का अस्थि पिंजर बैठी हुई मुद्रा में अभी तक सलामत है। अभी भी उसके सिर पर बाल हैं।

05 फ़रवरी का इतिहास : भारत और विश्व इतिहास में 05 फ़रवरी की प्रमुख घटनाएं

5 फ़रवरी का इतिहास : भारत और विश्व इतिहास में 05 फ़रवरी की प्रमुख घटनाएं 05  फ़रवरी:  ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार  05  फ़रवरी   वर्ष का 34वां दिन है। साल में अभी 329 दिन (लीप वर्ष में 330 दिन) शेष हैं। भारत और विश्व इतिहास में  05  फ़रवरी   का खास महत्व है, क्योंकि इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटी जो इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज होकर रह गईं हैं।  आज का इतिहास  में जानिए आज के दिन जन्मे चर्चित व्यक्ति, प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन, युद्ध संधि, किसी देश की आजादी, नई तकनिकी का अविष्कार, सत्ता का बदलना, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवस के बारे में। आईए  हिमाचल न्यूज़  में पढ़ें भारत और विश्व इतिहास के पन्‍नों में दर्ज  05  फ़रवरी   का इतिहास   एवं घटनाक्रम।   05  फ़रवरी   की प्रमुख घटनाएं   (What Happened on 05 February in History) 1783:  इटली के कालाब्रिया में भीषण भूकंप में 30,000 लोगों की मौत। 1900:  अमेरिका और ब्रिटेन के बीच पनामा नहर संधि हुई। 1917:  मैक्सिको का मौज...

04 फ़रवरी का इतिहास : भारत और विश्व इतिहास में 04 फ़रवरी की प्रमुख घटनाएं

04 फ़रवरी का इतिहास : भारत और विश्व इतिहास में 04 फ़रवरी की प्रमुख घटनाएं: भारत और विश्व इतिहास में 04 फ़रवरी की प्रमुख घटनाएं

हिमाचल के इतिहास की गाथा : आदिकाल से आज़ादी तक

हिमाचल के इतिहास की गाथा : आदिकाल से आज़ादी तक हिमाचल प्रदेश का इतिहास उतना ही प्राचीन है, जितना की मानव अस्तित्व का अपना इतिहास है। इसके समृद्ध और विविध इतिहास को कई अलग युगों में विभाजित किया गया है।

रोचक है हिमाचल के इतिहास का सफर

रोचक है हिमाचल के इतिहास का सफर :  हिमाचल प्रदेश का इतिहास उतना ही प्राचीन है, जितना कि मानव अस्तित्व का अपना इतिहास है। इस बात की सत्यता के प्रमाण हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में हुई खुदाई में प्राप्त सामग्रियों से मिलते हैं।